एक फोरलेन उज्जैन से गराेठ तक 136 किमी लंबा बनेगा, सबसे बड़ा फायदा उज्जैन से काेटा जाने वालों को होगा
दूसरा फाेरलेन देवास के शिप्रा गांव से शुरू होकर बांगर, उज्जैन, बड़नगर, बदनावर तक 98 किमी लंबा होगा
42 किमी के फाेरलेन का काम छह महीने बाद शुरू हाेगा, जो उज्जैन-देवास-शिप्रा तक बनेगा
उज्जैन से जुड़े दाे फाेरलेन के निर्माण शुरू होंगे। इससे उज्जैन की कनेक्टिविटी दिल्ली, राजस्थान व मुंबई से हाे जाएगी। नेशनल हाईवे अथाॅरिटी इन्हें बनाने जा रहा है। पहला फाेरलेन देवास के शिप्रा गांव से शुरू होकर बांगर, उज्जैन, बड़नगर, बदनावर तक 98 किमी लंबा होगा। दूसरा फोरलेन उज्जैन से गराेठ तक 136 किमी लंबा बनेगा। सबसे बड़ा फायदा उज्जैन से काेटा जाने वालों को होगा। वे उज्जैन से गराेठ हाेते हुए 235 किमी की दूरी तय करके साढ़े तीन घंटे में काेटा पहुंच जाएंगे। अभी उज्जैन से काेटा जाने के लिए 270 किमी का सफर करना पड़ता है, क्याेंकि उज्जैन से अागर-सुसनेर-झालावाड़ हाेते हुए काेटा पहुंचते हैं। इसमें छह घंटे लग जाते हैं। सांसद अनिल फिराेजिया ने कहा- इससे उज्जैन का विकास तेज होगा।
फाेरलेन: उज्जैन से गराेठ
ये फाेरलेन उज्जैन में आरडी-गार्डी मेडिकल के पीछे से शुरू हाेकर घटि्टया से 8 किमी दूर, घाैंसला से 10 किमी होते हुए 112 नए गांवाें से गराेठ पहुंचेगा।
कॉरिडोर से जुड़ेंगे : साढ़े तीन घंटे में काेटा पहुंचा जा सकेगा, क्याेंकि उज्जैन से गराेठ तक 136 किमी के बाद ये मार्ग दिल्ली-मुंबई काॅरिडाेर से जुड़ जाएगा।
फायदे
उज्जैन की कनेक्टिविटी राजस्थान, मुंबई व दिल्ली से हाे जाएगी।
उज्जैन से आगर, सुसनेर व झालावाड़ हाेते हुए काेटा पहुंचने के मार्ग में ट्रैफिक का दबाव कम होगा। इससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
फाेरलेन- शिप्रा-देवास-उज्जैन-बड़नगर-बदनावर
इसके लिए उज्जैन जिले के 20 गांव और अन्य जिलों के 41 गांवाें की जमीन अधिगृहीत की हैं। यह फाेरलेन दाे चरणाें में बनेगा। पहले चरण में 98 में से उज्जैन से देवास हाेते हुए शिप्रा तक 42 किमी बनाया जाएगा। ये देवास के नागूखेड़ी से शुरू हाेगा। उज्जैन में चंदेसरी से टच हाेगा। देवास में बांगर के यहां से ये शिप्रा में जुड़ेगा। इसके टेंडर 18 फरवरी काे खुलेंगे।
6 लेन से जुड़ेंगे : अभी उज्जैन से इंदाैर जाने के लिए एक ही प्रमुख फाेरलेन हैं। ये नया मार्ग बन जाने से इंदाैर अाने-जाने का वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। शिप्रा से देवास-इंदाैर के 6 लेन के जरिए इंदाैर पहुंचा जा सकेगा।
ये होंगे फायदे
शिप्रा हाेते हुए उज्जैन की कनेक्टिविटी आगरा व भाेपाल के लिए भी हाे जाएगी।
देवास राेड के चंदेसरा से बायपास हाेकर उज्जैन-इंदाैर राेड के मेंडिया में पहुंचा जा सकेगा
इसके बनने से उज्जैन-इंदाैर फाेरलेन पर दबाव कम हाेगा। दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
जमीन अधिग्रहण अंतिम चरण में चल रहा है
उज्जैन-बदनावर प्राेजेक्ट में पहले चरण में 42 किमी निर्माण के लिए टेंडर अामंत्रित किए हैं। उज्जैन-गराेठ मार्ग के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरणाें में हैं। उम्मीद है इसी साल दाेनाें निर्माण शुरू हाे जाएंगे